बड़वानी 05 सितम्बर 2023/ वर्तमान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति – 2020 के प्रावधानों के अनुसार भारत सरकार के निर्देशानुसार प्रदेश को शत् प्रतिशत साक्षर करने हेतु “उल्लास – नव भारत साक्षरता कार्यक्रम” अन्तर्गत आज दिनांक 05.09.2023 को शिक्षक दिवस का कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. वंदना भारती द्वारा “सबके लिये शिक्षा” विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। जिसमें भाग लेते हये प्राचार्य डॉ. वंदना भारती ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में शिक्षक दिवस के अवसर पर “सबके लिए शिक्षा” विषय पर शुभकामना देते हुए अपने प्रेरक उद्बोधन में स्टॉफ एवं छात्राओं से आव्हान किया कि हम स्वयं शिक्षित हो और साथ ही अशिक्षित व्यक्तियों को शिक्षित कर उन्हें मुख्य धारा से जोड़े।
कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. मनोज वानखेडे ने अपने उद्बोधन में कहा कि 05 सितम्बर शिक्षक दिवस देश के द्वितीय राष्ट्रपति भारत रत्न सर्वपल्ली डॉ राधाकृष्णन जी के जन्म दिवस के अवसर पर मनाया जाने वाला पर्व है जिसमें हम एक दूसरे को ज्ञान विज्ञान के माध्यम से प्रेरित कर परिवार एवं राष्ट्र का निर्माण करें।
प्रभारी डॉ. जगदीश मुजाल्दे ने शिक्षक दिवस पर सदन को संबोधित करते हुये कहा कि देश का विकास अच्छे से तब होगा जब अंतिम कड़ी शिक्षित होगी। वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. कविता भदौरिया ने अपने उद्बोधन में कहा कि कौशल के माध्यम से हम एक दूसरे को प्रेरित कर राष्ट्र का निर्माण करें।
डॉ. स्नेहलता मुझाल्दे, डॉ. रविन्द्र बरडे, डॉ. दिनेश सोलंकी, डॉ. महेश निंगवाल एवं डॉ. विक्रम सिंह चौहान ने परिचर्चा में भाग लेते हुये अपने प्रेरक उद्बोधन से छात्राओं को साक्षरता अभियान में सहभागिता के लिया प्रेरित किया। इस अवसर पर छात्राओं ने भी शिक्षको के लिए सम्मान समारोह का आयोजन किया। कार्यक्रम का संचालन प्रो. सीमा नाईक ने किया एवं आभार डॉ. तंज़ीम कायनात ने माना।
इस अवसर पर वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. कविता भदौरिया, डॉ. स्नेहलता मुझाल्दा डॉ. मनोज वानखेड़े, डॉ. जगदीश मुजाल्दे डॉ. रविन्द्र बरड़े डॉ. दिनेश सोलंकी डॉ. महेश कुमार निंगवाल, डॉ. विक्रम सिंह चौहान डॉ. सुनीता भायल, डॉ. प्रियंका देवड़ा, प्रो. सीमा नाईक, डॉ. विक्रम सिंह भिड़े, डॉ. इन्दु डावर, डॉ. तंजीम कायनात शेख, प्रो. अंकिता पागनिस, श्रीमती रेखा बिसेन, श्री कृष्णु यादव श्री शशांक कानुनगो, श्री सोहेल कापड़िया, श्री संदीप दासौंधी, श्री अंतिम जोशी, श्री गिरिश वर्मा एवं बड़ी संख्या में छात्राएँ उपस्थित रही जिनमें कु. रितु बड़ोले, कु. लाली डावर, कु. पायल कुआले, आदि उपस्थित रही।