बड़वानी – शहर के एसबीएन पीजी कॉलेज के स्वामी विवेकानंद कॅरियर मार्गदर्शन प्रकोष्ठ के डॉ मधूसूदन चौबे ने देश की पहली दृष्टिबाधित आईएएस अधिकारी प्रांजिल पाटिल की सफलता की दास्तान सुनाकर युवाओं को प्रेरित किया। डॉ चौबे ने बताया कि मात्र 6 वर्ष की आयु में अपनी आंखों की रोशनी खो देने वाली प्रांजिल ने देश की सबसे प्रतिष्ठित और चुनौतीपूर्ण यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण की। वे इस समय केरल के तिरुअनंतपुरम में एडिशनल कलेक्टर के रूप में कर्तव्यों का निर्वाह कर रही हैं।
उन्होंने ब्रेल लिपि के जरिये अपना अध्ययन किया। 12वीं में उन्होंने 85 प्रतिशत अंक प्राप्त कर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। तमाम प्रतिकूल परिस्थितियों का उन्होंने अपने हौसले से सामना किया। लोगों की नकारात्मक बातों से निराश हुए बिना वे अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सही दिशा में कार्य करती रही। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने ने कहा कि प्रांजिल पाटिल एक यूथ आइकॉन है, जो हम सभी की प्रेरणास्त्रोत बन गई हैं।
