बड़वानी – जलवायु परिवर्तन एक निश्चित प्रक्रिया है, लेकिन यदि मानव के कुप्रयासों से इसमें एकाएक बढ़ोतरी होती है, तो यह जीव-जंतू, जगत के लिए नुकसान दायक होता है। यदि हम थोड़ी सी सजगता बरते तो मानव निर्मित जलवायु परिवर्तन के कारको को बहुत हद तक रोक सकते हैं। कलेक्टर शिवराजसिंह वर्मा की अध्यक्षता में सोमवार को हुई जलवायु परिवर्तन की कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए उक्त बातें डॉ लक्ष्मी माहोर ने कही। उन्होंने मानवीय भूलों या लालच के कारण होने वाले जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न बीमारियों, परिस्थितियों से भी उपस्थित अधिकारियों को अवगत कराया। साथ ही इस जलवायु परिवर्तन को प्रकृति के अनुरूप बनाए रखने के लिए किए जाने वाले उपायों, प्रयासों से भी अवगत कराया।
कलेक्टर श्री वर्मा ने अधिकारियों को बताया कि जिले का जलवायु अत्यंत गर्म एवं शुष्क है, जिसके कारण कई समस्याओं से हमें दोचार होना पड़ता है। यदि हम सामूहिक रूप से विस्तृत पैमाने पर पौधारोपण करें, तो इस समस्या का भी निवारण किया जा सकता है। इसके लिए हमें जनजाग्रति के साथ-साथ नेतृत्व भी प्रदान करना होगा। जिससे आमजन भी हमसे जुढ़कर पौधारोपण करने एवं उसके संरक्षण में अपना योगदान दे सके।
